संघर्ष.....?

जीवन मे हर काम जो हमारे द्वारा पूर्ण किया जाता है वो संघर्षों से परिपूर्ण होता है।
या ये कहे कि जीवन ही एक संघर्ष होता है।
पर बात महत्वपूर्ण यह है कि बिना संघर्ष के कोई जीवन भी नही हो सकता है।

हम अमीर लोगो को देख के हमेशा सोचते है बड़ा ही सीधा जीवन है पैसा आया उड़ाया खाया पिया सो गया 
एक नौकरी वाले को भी देख के यही विचार आता है सुबह उठा दफ्तर गया फिर आया खाया पिया सो गया महीने में अच्छे खासे पैसे प्राप्त हो गए।
पर ज़रा एक बार उनकी ज़िंदगी महसूस कर के देखो फिर पता चले संघर्ष होता क्या है।
बिना संघर्ष के किसी का जीवन नही कटता।
हर व्यक्ति की अपनी अलग परेसानी है कोई खुश नही अपनी ज़िंदगी से हर कोई दूसरे का जीवन सुलभ मान रहा है ।
जबकि खुद वो दुसरो से ज्यादा बेहतर है।
पर है तो इंसान न ।
कितना भी सुख ईश्वर दे दे पर लालसा मरते दम तक नही कम होगी।
क्यों न हम खुद के जीवन से संतुष्ट होकर देंखे।
दुसरो की नकल करते जीवन बीत रहा है कभी तो खुद के मन का या खुद के हिसाब से जीवन जिये।
जिस दिन दुसरो की नकल करना छोड़ देंगे जीवन मे संघर्ष काफी हद तक खुद ब खुद कम हो जाएंगे।।।