नशीला नशा.....?



नशा आपके जीवन का अभिन्न अंग है क्योंकि बिना नशे के आपको कई युक्तियां सीखने को नही मिल सकती।

अगर आपको चोरी करने का हुनर सीखना है तो पहले नशे की आदत डालना होगा ।

और जैसे जैसे आपके अंदर नशे की चाहत आपकी प्रेमिका से ज्यादा होने लगे मतलब

अब आप चोर बनने के लिए पूरी तरह नॉमिनेट है अब आप एक बेहतर चोर बनकर कही भी हाँथ आजमा सकते है और अच्छे खासे जूते भी खा सकते है और बड़ी बात बिना पैसे के कई जेलों में भी आप भ्रमण कर सकते है ।

क्योंकि नशा को पूरा करने के लिए अगर आपको किडनी बेचना पड़े तो जरा भी संकोच करना नशे के द्वारा होने वाले फायदे और असीम सुख का घोर अपमान है।

जीवन ईश्वर ने क्यों दिया ऐश करने के लिए और मुझे नही लगता नशे से बड़ा कोई ऐश है दुनिया मे अगर होता तो इतने लोग नशे का लुफ्त क्यों उठाते।

नशे से फायदा तो होता ही है जैसे फ्री में जूते खाने को मिल जाता है ।

अगर आपको गाली खाने का विशेष शौक है तो आपको नशे में वो भी बड़ी आसानी से मिल जाती है।

नालियों में गिरने का अनुभव सिर्फ नशे में ही प्राप्त हो सकता है बिना नशे के नालियों में गिरने का कितना भी मन हो आप नही गिर सकते है।


और भी कई लाभ है जिनका यहाँ उल्लेख कर पाना असंभव है।

कितने भी गम क्यों न हो आपकी लाइफ में आप सिर्फ नशे का सहारा लीजिये फिर देखिए कैसे आपके जीवन से गम भागता है अब वो अलग बात है कि जीवन भी उसी तेज़ी से आपके पास से भागेगा।

और अब तो हमारे आस पास नशे की कई बेरायटी भी आसानी से उपलब्ध हो जाती है ।

किसी भी गुमटी में आपको कई नशीली चीज़े आसानी से उपलब्ध हो जाएगी।

और अगर आप इशारो के माहिर है तो वो भी मिल जाएगा जिसकी आपको सख्त जरूरत है।

सरकार कई निरर्थक कोशिस कर चुकी है नशे को हम सब से दूर करने की लेकिन हम सब युवा और बृद्ध बच्चे सब मिलकर ये पूरा प्रयाश करेंगे कि नशे के संदर्भ में सरकार कोई कदम न उठाने पाए भले ही इसके लिए हमे आंदोलन, भूख हड़ताल या भारत ही क्यों न बन्द करना पड़े।

क्योंकि नशे को हम सब अपनी जान से भी ज्यादा मानते है हम अपने शरीर को खराब कर लेंगे परन्तु नशा नही छोड़ेंगे।

परिवार का क्या वो तो अगले जन्म भी मिल जाएगा परन्तु यदि हम अगले जन्म में सूअर या गधा हो गए फिर कैसे नशे का आनंद उठा पाएंगे।

इसलिए सब से निवेदन है कि बिना डर के नशा करिये सरकार या किसी के नशा मुक्ति वाले बहकाबे में बिल्कुल भी न आये।

नशे में मर जाना वीरगति को प्राप्त करने के बराबर है वैसे भी असली बहादुरी भी तो नशा करने में ही है क्योंकि इतना नशीला नशा करना सबके बस की बात भी तो नही है।