हमारी बुराई की कहानी सुनाने वालों,
जरा अपनी सच्चाई बताया तो करो।
हम लाख बुरे थे और शायद रहेंगे भी,
पर अपनी भी कहानी सुनाया तो करो।।
हमें आईना समझ के कभी देखो तो जरा,
फिर दुनिया को सच बताया तो करो।
बिना दाग के तो तुम भी नही होंगे जहां में,
जरा दुनिया को भी दिखाया तो करो।।
मेरे हारने की बजह बन जाओ गम नही,
पर खुद के गुरूर को हराया तो करो।
तुम्हारे सारे गुनाह माफ कर दिया हमने,
अब दुनिया को सच बताया तो करो।।
हमारी बुराई की कहानी सुनाने वालों,
जरा अपनी सच्चाई बताया तो करो।
हम लाख बुरे थे और शायद रहेंगे भी,
पर अपनी भी कहानी सुनाया तो करो।।
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