स्वीकार अगर तुम करते हो तो प्रण मैं तुम्हे बताता हूँ,
जीवन भर का साथ रहेगा ये अहसास दिलाता हूँ ।।
रहू सदा मैं साथ तुम्हारे हरपल दिल ने माना है, बिना तुम्हारे नही जीऊंगा हमने मन से ठाना है।
मन ही मन मे साथ तुम्हारा दिल मे अक्सर पाता हूँ, जीवन भर का साथ रहेगा ये अहसास दिलाता हूँ।।
सादा मन था मेरा हरदम हारा तेरी सूरत पे, लगें नही अब मन भी मेरा निश्चित प्रभु की मूरत पे।
क्या रहू सदा मैं ऐसा ही जो जीवन से ही जाता हूँ, जीवन भर का साथ रहेगा ये अहसास दिलाता हूँ।।
रहो सदा तुम बनकर मेरे सारे सुख ले आऊंगा, कभी नही तुम रो पाओगे ये विश्वास दिलाऊँगा।
साथ तुम्हारे ही रहना है पल पल तुम्हे जताता हूँ, जीवन भर का साथ रहेगा ये अहसास दिलाता हूँ।।
0 टिप्पणियाँ